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Awareness Of Food Allergy | Artical Of Food Allergy in hindi

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इंडियंस खाने के बड़े शौकीन होते है , हर बार कुछ अलग फूड को खाने की चाह रखते है।  लेकिन कई बार खाने का बदलाव और जायका सेहत पर भरी पड़ जाता है।  इसका मुख्य कारण फूड एलर्जी है।  लोग अपने खान - पान को लेकर अवेयर नहीं होते , जिससे बीमारियां बढ़ने की आशंका हो जाती है। 
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और मेडिकल फील्ड की संस्थाओं ने मिलकर फूड सेफ्टी को घोषित किया है।  इसके तहत वे लोगों को भोजन से जुड़ी समस्याओं के बारे में अवेयर करेंगे।  डॉक्टर्स का मानना है खान - पान से जुड़ी समस्याएं इस बार काफी आ रही है।  हॉस्पिटल्स में भी फ़ूड एलर्जी के पेशेंट्स ज्यादा आ रहे है।  दरअसल फूड प्रदूषण के कारण दो सौ से ज्यादा तरह की बीमारियां होती हैं।  ऐसे में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य के लिए सही खान - पान को लेकर हमेशा अवेयर रहना चाहिए। 

खाना बनाने और रखने का तरीका भी सही हो 
लोगों का मानना है कि गंदगी और प्रदूषित जगह पर रखा खाना अनहैल्थी और विषाक्त होता है।  साफ - सुथरे दंग से खाना बनाने या उसे सही तरह से रखने के बारे में डॉक्टर्स ने कई टिप्स दिए हैं। 

*  भोजन तैयार करते या उसे रखते समय एलर्जी फैलने का डर रहता है, इसलिए इस दौरान हाथ साफ होना सबसे जरूरी होता है। 
*  यदि आप हेपेटाइटिस ए की तरह किसी भी वायरल संक्रमण से ग्रस्त है, त्वचा पर किसी तरह का इन्फेक्शन या संक्रमण है या खुले घाव हैं, तो खाने को बिना हाथ धोए न छुए। 
*  सब्जियों , फल और मांस , मछली , अंडे को रखने और काटने के लिए अलग हमेशा प्लेट, चाकू और कटिंग  बोर्ड का इस्तेमाल करें। 
*  कच्चे खाद्य  पदार्थो और पकाए हुए भोजन को हमेशा अलग जगह रखें। 
* कटिंग बोर्ड को गर्म पानी से धोकर ही रखें। 
*  भोजन के जीवाणु मुक्त करने के लिए जरूरी है पूरी तरह से पकाना। 
*  हमेशा ताजा भोजन करें।  बासी भोजन को यूज नहीं लेना चाहिए। 
*  शाकाहारी और मांसाहारी  भोजन पदार्थो को अलग - अलग रखना चाहिए। 

खान - पान में अवेयरनेस अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।  जंक फूड के लगातार सेवन से मोटापा बढ़ता है , जिससे कई तरह की बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है।  खाने के तौर - तरीके , समय और फूड मेटेरियल भी सेहत को काफी हद तक नियंत्रित करते हैं।