Anemia Symptoms, Causes , Treatment In Hindi | Anemia Articals| Anemia Treatment| Hindi Articals Of Anemia | Anemia Symptoms | Iron Deficiency Anemia Sign
शरीर में कई आवश्यक पौष्टिक तत्वों जैसे फॉलिक एसिड, आयरन, विटामिन बी -12 आदि के अभाव से हीमोग्लोबिन या लाल रक्त कणिकाएं सामान्य से बहुत कम हो जाती है। इसके चलते एनीमिया होने की सम्भावनाएं बढ़ जाती है, जिसे रक्ताल्पता भी कहते है। एनीमिया को अनदेखा करना जानलेवा भी साबित हो सकता है। आंकड़ों की मानें , तो भारत की महिलाओं में आधी से ज्यादा, यानी 50 प्रतिशत आबादी एनीमिया की शिकार है। इसके मुख्य लक्षण है - जल्दी थकान महसूस करना , उठने बैठने में चक्कर आना , त्वचा में पीलापन, सांस लेने में तकलीफ व सांस फूलना, सीने में दर्द, तलवों और हथेलियों में ठंडापन, भूख की कमी, एकाग्रता की कमी, पढ़ने में मन न लगना आदि। आम भाषा में खून की कमी कहलाने वाली यह समस्या बच्चों में भी हो सकती है , जो उनके शारीरिक और मानसिक विकास को प्रभावित करती है।
अगर एनीमिया का कोई भी लक्षण दिखाई दे रहा हो , तो तुरंत डॉक्टर को दिखाकर हीमोग्लोबिन की जांच करवाएं। यह रोग महिलाओ. बच्चों व बुजुर्गो को जल्दी घेरता है, इसलिए सतर्कता बरतें। यह एक ऐसा रोग है , जिसका उपचार दवाइयों से ज्यादा बेहतर खान -पान से हो सकता है। यदि आप एनीमिया के लक्षण देख रहे हों , तो इन बातों का ख्याल रखें......
* एनीमिया लोगों को लौह तत्वों की पूर्ति करने वाले भोजन जैसे भुने चने, पोहा, काला चना, तिल, खजूर, किशमिश, मुनक्का, हरी पत्तेदार सब्जियों आदि का खूब सेवन करना चाहिए।
* आहार में लिए जा रहे लौह तत्व के अवशोषण के लिए भोजन के साथ या तुरंत बाद किसी खट्टी चीज का सेवन करना जरूरी है। इसलिए आंवले, अमरुद या हरी मिर्च व नींबू की चटनी खाने के साथ खाएं। सलाद व सब्जियों पर नींबू का रस डालना न भूलें। खाने के बाद आंवला कैंडी या मौसम्बी जैसे खट्टे फलों का सेवन करें।
* मेवों में खजूर व किशमिश एनीमिया लोगों के लिए वरदान माना जाता है। अपनी दिनचर्या में इन्हें जरूर शामिल करें।
* बच्चों के लिए दूध को सम्पूर्ण आहार बनाने के लिए उसमें किशमिश / खजूर या मुनक्का अवश्य डालें।
* भुना चना बेहद पौष्टिक है। जिस भी व्यंजन में इसका इस्तेमाल सम्भव हो , जरूर करें।
* लोहे की कड़ाही में सब्जियां बनाएं। यह भी काफी हद तक मददगार होगा।
* मूंग, तिल, बाजरे का सेवन सहायक होगा।
* भुने चने व गुड का सेवन करें। यह मिश्रण हीमोग्लोबिन बनाता है।
* अगर एनीमिया ठीक करने के लिए गोलियां खा रहे हैं , तो दूध या दूध की बनी हुई चीजों के साथ न लें।
शरीर में कई आवश्यक पौष्टिक तत्वों जैसे फॉलिक एसिड, आयरन, विटामिन बी -12 आदि के अभाव से हीमोग्लोबिन या लाल रक्त कणिकाएं सामान्य से बहुत कम हो जाती है। इसके चलते एनीमिया होने की सम्भावनाएं बढ़ जाती है, जिसे रक्ताल्पता भी कहते है। एनीमिया को अनदेखा करना जानलेवा भी साबित हो सकता है। आंकड़ों की मानें , तो भारत की महिलाओं में आधी से ज्यादा, यानी 50 प्रतिशत आबादी एनीमिया की शिकार है। इसके मुख्य लक्षण है - जल्दी थकान महसूस करना , उठने बैठने में चक्कर आना , त्वचा में पीलापन, सांस लेने में तकलीफ व सांस फूलना, सीने में दर्द, तलवों और हथेलियों में ठंडापन, भूख की कमी, एकाग्रता की कमी, पढ़ने में मन न लगना आदि। आम भाषा में खून की कमी कहलाने वाली यह समस्या बच्चों में भी हो सकती है , जो उनके शारीरिक और मानसिक विकास को प्रभावित करती है।
अगर एनीमिया का कोई भी लक्षण दिखाई दे रहा हो , तो तुरंत डॉक्टर को दिखाकर हीमोग्लोबिन की जांच करवाएं। यह रोग महिलाओ. बच्चों व बुजुर्गो को जल्दी घेरता है, इसलिए सतर्कता बरतें। यह एक ऐसा रोग है , जिसका उपचार दवाइयों से ज्यादा बेहतर खान -पान से हो सकता है। यदि आप एनीमिया के लक्षण देख रहे हों , तो इन बातों का ख्याल रखें......
* एनीमिया लोगों को लौह तत्वों की पूर्ति करने वाले भोजन जैसे भुने चने, पोहा, काला चना, तिल, खजूर, किशमिश, मुनक्का, हरी पत्तेदार सब्जियों आदि का खूब सेवन करना चाहिए।
* आहार में लिए जा रहे लौह तत्व के अवशोषण के लिए भोजन के साथ या तुरंत बाद किसी खट्टी चीज का सेवन करना जरूरी है। इसलिए आंवले, अमरुद या हरी मिर्च व नींबू की चटनी खाने के साथ खाएं। सलाद व सब्जियों पर नींबू का रस डालना न भूलें। खाने के बाद आंवला कैंडी या मौसम्बी जैसे खट्टे फलों का सेवन करें।
* मेवों में खजूर व किशमिश एनीमिया लोगों के लिए वरदान माना जाता है। अपनी दिनचर्या में इन्हें जरूर शामिल करें।
* बच्चों के लिए दूध को सम्पूर्ण आहार बनाने के लिए उसमें किशमिश / खजूर या मुनक्का अवश्य डालें।
* भुना चना बेहद पौष्टिक है। जिस भी व्यंजन में इसका इस्तेमाल सम्भव हो , जरूर करें।
* लोहे की कड़ाही में सब्जियां बनाएं। यह भी काफी हद तक मददगार होगा।
* मूंग, तिल, बाजरे का सेवन सहायक होगा।
* भुने चने व गुड का सेवन करें। यह मिश्रण हीमोग्लोबिन बनाता है।
* अगर एनीमिया ठीक करने के लिए गोलियां खा रहे हैं , तो दूध या दूध की बनी हुई चीजों के साथ न लें।