Lal Kitab Ke Sukh Samriddhi Ke Saral Upay In Hindi । Sukh Shanti Ke Anupam Upay | Ghar Ki Sukh Shanti Ke Easy Upay
* आर्थिक उन्नति के लिए पूजा घर में एकांक्षी नारियल की स्थापना करें।
* कर्ज से मुक्ति के लिए मंगलयंत्र को हनुमान जी के चरणों में रखकर ऋण मोचन मंगल स्तोत्र के पाठ करें।
* प्रातः स्नान आदि कर घर के प्रत्येक सदस्य के माथे पर चंदन का तिलक लगाये और लगा ही रहने दें। इससे आप रोग से दूर रहेंगे।
* अगर किसी व्यक्ति के दिल में धनवान बनने के अरमान हो तो हर सोमवार को शिवजी का रुद्राभिषेक करे या सवा पाँच किलो शहद से किसी ब्राह्मण के द्वारा करावे अगर शिवलिंग पारद का हो तो सर्वोतम है।
* कोर्ट कचहरी में जाने से पहले 5 गोमती चक्र को अपनी जेब में रख कर जो, जो स्वर चल रहा हो वह पाँव पहले रखे।
* रोगी ठीक नही हो रहा हो तो गोमती चक्र चांदी में पिरोकर पलंग के सिरहाने बांध दे रोग समाप्त होने लगेगा।
* घर के मुखिया को घर में कभी भी खाली हाथ नहीं आना चाहिए , कुछ न कुछ अवश्य लाना चाहिए , अगर कुछ लेकर आने में असमर्थ हो तो रास्ते में से कागज का टुकड़ा ही उठा लावे। यह एक चमत्कारी प्रयोग है।
* दुकान में चोरी रोकने के लिए दुकान में मंगलयंत्र की स्थापना करें।
* घर के अंदर 12 अँगुल की पलाश की लकड़ी को यदि अभिमंत्रित कर घर में गाड़ दिया जाये तो घर में किसी प्रकार की अशुभ शक्ति का प्रवेश नहीं होता है।
* निवास के मुख्यद्वार पर बाहर की ओर श्वेतार्क लगाने से शत्रु, रोग व चोर आदि से घर सुरक्षित रहेगा।
* किसी भी नई मूल्यवान वस्तु का आरम्भ करने से पहले उस पर हल्दी को गंगाजल में मिला कर उस पर छींटे देने से वह अधिक समय तक चलती है।
* कहीं जाते समय यदि आपको कोई ऐसी गाय मिले जो बछड़े को दूध पिला रही हो तो आप उसे कोई फल अथवा अन्य वस्तु अवश्य खिलायें। यह बहुत शुभ संकेत है , जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।
* आपके मार्ग में यदि कोई सफाई कर्मचारी सफाई करता दिखाई दे जाये तो आप उसे कुछ दक्षिणा अवश्य दें।यदि वह महिला हो तो और भी अधिक शुभ है।
* स्नान करने के बाद ही तुलसी व विल्वपत्र तोड़ने चाहिए।
* तुलसी का एक एक पत्ता न तोड़कर पत्तियों के साथ अग्रभाग को तोडना चाहिए क्योंकि तुलसी की मंजरी सब फूलों से बढ़कर मानी जाती है।
* कभी भी किसी को दान दें तो उसे घर की देहरी में अंदर न आने दें। दान घर की देहरी के अंदर से ही करें।
* उन्नति के लिये आप प्रथम गुरूवार को कच्चे सूत को केशर से रंग कर बांध दे फिर चमत्कार देखें।
* भगवान सूर्य को यदि एक आक का फूल अर्पण कर दिया जाए तो सोने की अशर्फियों से अधिक फलदायी होगा।
* देवताओं के प्रीत्यर्थ प्रज्ज्वलित दीपक को स्वयं नहीं बुझाना चाहिए।
* स्त्रियों के बाएँ हाथ में ही रक्षासूत्र बाँधने का विधान है।
* मांगलिक कार्यो में दूसरे की पहनी हुई अंगूठी नही धारण करनी चाहिए।
* कमल का फूल लक्ष्मी जी को बहुत प्रिय है। शनिवार , मंगलवार को लक्ष्मी पूजा प्रारम्भ न करें।
* आर्थिक उन्नति के लिए पूजा घर में एकांक्षी नारियल की स्थापना करें।
* कर्ज से मुक्ति के लिए मंगलयंत्र को हनुमान जी के चरणों में रखकर ऋण मोचन मंगल स्तोत्र के पाठ करें।
* प्रातः स्नान आदि कर घर के प्रत्येक सदस्य के माथे पर चंदन का तिलक लगाये और लगा ही रहने दें। इससे आप रोग से दूर रहेंगे।
* अगर किसी व्यक्ति के दिल में धनवान बनने के अरमान हो तो हर सोमवार को शिवजी का रुद्राभिषेक करे या सवा पाँच किलो शहद से किसी ब्राह्मण के द्वारा करावे अगर शिवलिंग पारद का हो तो सर्वोतम है।
* कोर्ट कचहरी में जाने से पहले 5 गोमती चक्र को अपनी जेब में रख कर जो, जो स्वर चल रहा हो वह पाँव पहले रखे।
* रोगी ठीक नही हो रहा हो तो गोमती चक्र चांदी में पिरोकर पलंग के सिरहाने बांध दे रोग समाप्त होने लगेगा।
* घर के मुखिया को घर में कभी भी खाली हाथ नहीं आना चाहिए , कुछ न कुछ अवश्य लाना चाहिए , अगर कुछ लेकर आने में असमर्थ हो तो रास्ते में से कागज का टुकड़ा ही उठा लावे। यह एक चमत्कारी प्रयोग है।
* दुकान में चोरी रोकने के लिए दुकान में मंगलयंत्र की स्थापना करें।
* घर के अंदर 12 अँगुल की पलाश की लकड़ी को यदि अभिमंत्रित कर घर में गाड़ दिया जाये तो घर में किसी प्रकार की अशुभ शक्ति का प्रवेश नहीं होता है।
* निवास के मुख्यद्वार पर बाहर की ओर श्वेतार्क लगाने से शत्रु, रोग व चोर आदि से घर सुरक्षित रहेगा।
* किसी भी नई मूल्यवान वस्तु का आरम्भ करने से पहले उस पर हल्दी को गंगाजल में मिला कर उस पर छींटे देने से वह अधिक समय तक चलती है।
* कहीं जाते समय यदि आपको कोई ऐसी गाय मिले जो बछड़े को दूध पिला रही हो तो आप उसे कोई फल अथवा अन्य वस्तु अवश्य खिलायें। यह बहुत शुभ संकेत है , जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।
* आपके मार्ग में यदि कोई सफाई कर्मचारी सफाई करता दिखाई दे जाये तो आप उसे कुछ दक्षिणा अवश्य दें।यदि वह महिला हो तो और भी अधिक शुभ है।
* स्नान करने के बाद ही तुलसी व विल्वपत्र तोड़ने चाहिए।
* तुलसी का एक एक पत्ता न तोड़कर पत्तियों के साथ अग्रभाग को तोडना चाहिए क्योंकि तुलसी की मंजरी सब फूलों से बढ़कर मानी जाती है।
* कभी भी किसी को दान दें तो उसे घर की देहरी में अंदर न आने दें। दान घर की देहरी के अंदर से ही करें।
* उन्नति के लिये आप प्रथम गुरूवार को कच्चे सूत को केशर से रंग कर बांध दे फिर चमत्कार देखें।
* भगवान सूर्य को यदि एक आक का फूल अर्पण कर दिया जाए तो सोने की अशर्फियों से अधिक फलदायी होगा।
* देवताओं के प्रीत्यर्थ प्रज्ज्वलित दीपक को स्वयं नहीं बुझाना चाहिए।
* स्त्रियों के बाएँ हाथ में ही रक्षासूत्र बाँधने का विधान है।
* मांगलिक कार्यो में दूसरे की पहनी हुई अंगूठी नही धारण करनी चाहिए।
* कमल का फूल लक्ष्मी जी को बहुत प्रिय है। शनिवार , मंगलवार को लक्ष्मी पूजा प्रारम्भ न करें।